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वनस्पति विज्ञान शिक्षक श्री मेहता

संजू एक साधारण मेहनती लड़का था l  उसे  पौधों के बारे में जानने और खोजने में बहुत रुचि थी। अपने छोटे से गाँव में हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद, उसे  पास के शहर के एक प्रसिद्ध कॉलेज में वनस्पति विज्ञान में प्रवेश मिल गया। यह उसके  लिए एक बड़ी उपलब्धि थी और वह कॉलेज जीवन का अनुभव लेने के लिए बहुत उत्सुक था ।

संजू के परिवार को गर्व था और उसके कुछ दोस्त उससे ईर्ष्या भी करते थे। लेकिन कोई नहीं जानता था कि यह कॉलेज वह जगह होगी जहां संजू को एक ऐसी चीज का सामना करना पड़ेगा जिसकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की होगी – एक भूतिया शिक्षक।

संजू अपने पहले दिन जल्दी ही कॉलेज परिसर में पहुँच गया। कॉलेज उसकी अपेक्षा से कहीं अधिक बड़ा था, ऊँची इमारतें, बड़ी कक्षाएँ और इधर-उधर भागते सैकड़ों छात्र। जैसे ही वह घूमने लगा, उसने विभिन्न प्रकार के पौधों और फूलों से भरा एक बड़ा बगीचा देखा, और बगीचे के एक कोने पर एक पुरानी इमारत खड़ी थी। वह बगीचे के करीब गया। गेट बंद था। वहाँ बड़ा ताला था। बाईं ओर सफेद रंग की नेम प्लेट थी, उस पर मेहता गार्डन लिखा था।  जब संजू ने उसे देखा तो उसे एक अजीब सी ठंडक महसूस हुई, लेकिन उसने इसे उत्तेजना समझकर नजरअंदाज कर दिया।

कक्षाएं शुरू हुईं, जब वह अपनी पसंदीदा वनस्पति विज्ञान कक्षा में भाग ले रहा था। उसके शिक्षक ने उन्हें उस बगीचे के बारे में बताया, यह वनस्पति विज्ञान के छात्रों के लिए खोज के लिए आरक्षित था। वे इस वर्ष के अंत में वहां जाएंगे, संजू वहां जाकर खुश था, लेकिन उसे इंतजार करना होगा कुछ महीने, क्योंकि वह वनस्पति विज्ञान का नया छात्र था। लेकिन उसकी जिज्ञासा उसे उस बगीचे और पुरानी इमारत की ओर खींच रही  थी l 

वह अपने कॉलेज के दौरान अक्सर  बगीचे  के पास जाता था , लेकिन वह हमेशा बंद रहता था। कभी-कभी उसने एक आदमी को पौधों को पानी देते या उनकी देखभाल करते देखा था  l 

एक दिन वह अपने सहपाठी के साथ कॉलेज उत्सव के लिए तैयारी कर रहा था, वे शाम तक अभ्यास करते रहे । जब वह बाहर आया, तो उसने बगीचे को देखने का फैसला किया। शाम हो चुकी थी, कॉलेज परिसर खाली और शांत था। वह बगीचे की ओर चल रहा था, उसने देखा कि माली वहाँ था, दरवाज़ा बंद नहीं था। वह पास आया और बगीचे के अंदर देखने लगा।

माली ने उसकी ओर देखा और नम्रता से कहा, “यदि आप पौधे देखना चाहते हैं तो अंदर आएँ।” यह सुनकर संजू बहुत खुश हुआ, वह अंदर गया, वह पहली बार माली से मिला था , उसने उसे बताया कि वह वनस्पति विज्ञान का छात्र था,और वह नए पौधे देखने के लिए बहुत उत्सुक था।

वे चलने लगे और बातें करने लगे। माली ने उसे पौधों और फूलों के बारे में कई नई बातें बताईं, उनकी प्रकृति, विकास प्रक्रिया आदि। उन्होंने उसे यह भी बताया कि उनकी ठीक से देखभाल कैसे की जाए।

जब वे चल रहे थे, संजू ने देखा कि उनकी उपस्थिति में पौधे और फूल जीवंत हो उठे थे । वे और अधिक चमकीले खिल गए थे और उनकी पत्तियाँ ऐसे सरसराने लगीं मानो किसी अदृश्य धुन पर नाच रही हों। माली उसे एक  ग्रीनहाउस मे  एक एकांत कोने में ले गया जहाँ एक सुन्दर पेड़ था। इसकी शाखाएँ टिमटिमाती रोशनियों से सजी हुई थीं । “यह वह जगह है जहां हम अपने विशेष पौधे और फूल उगाते हैं,” उसने उस तरफ इशारा करते कहा, “वे आपको साधारण लग सकते हैं, लेकिन उनमें जादुई उपचार गुण होते हैं।” वह आश्चर्यचकित रह गया क्योंकि माली ने उसे दिखाया कि इस प्रकार के पौधों की देखभाल कैसे की जाती है और उनके औषधीय गुणों का लाभ कैसे उठाया जाता है।

संजू को आश्चर्य हुआ कि एक माली पौधों के बारे में इतना कुछ कैसे जानता था । वह एक वनस्पति विज्ञान शिक्षक या शोधकर्ता की तरह लग रहा था। संजू उसकी  कंपनी का आनंद ले रहा था।

जैसे ही वे बगीचे के दरवाज़े की ओर वापस आ रहे थे, संजू ने पूछा। मिस्टर मेहता कौन हैं? मैंने दरवाज़े पर यह नाम देखा।”

माली ने बताया ,“श्री मेहता कॉलेज में वनस्पति विज्ञान के महान शिक्षक थे, अपने ज्ञान और महानता के कारण, वह इस कॉलेज के प्रिंसिपल बने। हर छात्र, शिक्षक उनका सम्मान करते थे। अचानक एक दिन दिल का दौरा पड़ने से उनके कार्यालय में उनकी मृत्यु हो गई। वनस्पति विज्ञान के प्रति उनके जुनून के कारण इस उद्यान का नाम ” मेहता बगीचा” रखा गया।”

बाहर आते समय, संजू ने कहा, “मुझे मिस्टर मेहता से मिलकर बहुत  खुशी होती , लेकिन…..l”  उसने उदास स्वर में कहा। 

माली ने उसकी ओर देखा और कहा, “आप मिस्टर मेहता से ही बात  कर रहे हैं।”

“क्या…!! कहाँ…!!”  उसके पैर और स्वर कांपने लगे । 

“मैं प्रोफेसर मेहता हूं, मृत्यु के बाद भी मैं उन छात्रों की मदद करना चाहता हु  जिनमें वनस्पति विज्ञान के प्रति गंभीर जुनून है , तुम्हें मुझसे डरने की कोई जरूरत नहीं है, अगर कभी तुम्हें मदद की जरूरत हो तो तुम मुझसे पूछ सकते हो। ”यह कहते-कहते माली  का शरीर प्रकाश में बदल गया और लुप्त होने लगा।

कुछ ही मिनटों में यह पूरी तरह से गायब हो गया l

संजू  डरी हुई आँखों से बगीचे को देख रहा था। वह निःशब्द था, बगीचे का दरवाज़ा बंद था, ताला लगा हुआ था, नेम प्लेट चमक रही थी।

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