जंगल में जवान लड़की
जॉन एक युवा व्यक्ति था जिसे साइकिल चलाना बहुत पसंद था। हर रविवार को वह अपनी पुरानी, जंग लगी बाइक लेकर ग्रामीण इलाकों में निकल जाता था।
रविवार की एक धूप भरी सुबह, उसने एक अलग रास्ते जाने का फैसला किया। उसने पास के एक जंगल के बारे में सुना था जो बहुत सुंदर था। कुछ लोग कहते थे कि यह भुतहा है , लेकिन किसी ने वहां कभी कोई भूत नहीं देखा था।
जॉन को यकीन था कि ये सिर्फ कहानियाँ थीं, उसने कई लोगों को वहाँ घूमते देखा था।
जैसे ही जॉन जंगल में गहराई तक जा रहा था, उसने देखा कि जंगल कितना शांत था। वहाँ न पक्षियों की आवाज़ थी, न पत्तों की सरसराहट, बस एकदम सन्नाटा। सूरज चमक रहा था, लेकिन जंगल में अभी भी थोड़ा अंधेरा और ठंड महसूस हो रही थी। वह जिस रास्ते पर चल रहा था वह संकरा था, घने पेड़ों से घिरा हुआ था। अचानक उसने रास्ते के पास एक महिला को साइकिल लेकर खड़े देखा। वह थोड़ी चिंतित लग रही थी। जॉन ने रुककर उससे पूछा। “क्या हुआ, सब ठीक तो है ना।”
महिला ने ना कहने के लिए अपना सिर घुमाया, “क्या आपकी साइकिल टूट गई है, मैं देख सकता हूं।” जॉन ने उसके पास जाते हुए कहा।
उसने फिर से ना कहने के लिए अपना सिर घुमाया। जॉन आश्चर्यचकित हो गया और बोला, “क्या आप बोल सकते हैं।”
महिला मुस्कुराई और बोली, “हाँ जी..l”
“असल में मैं उस घने जंगल से गुजरना चाहती थी , लेकिन मैंने सुना है कि वहां भूत हो सकता है, मैं डर गई थी और किसी के साथ साइकिल चलाना चाहती थी ।”
“ओह, चलो एक साथ साइकिल चलाते हैं, मैं भी उस तरफ जा रहा हूं, मैं जॉन हूं,” उसने मुस्कुराते हुए कहा।
“मैं नीना।” उसने धीरे से कहा, वे साइकिल चलाने लगे।
नीना ज्यादा बात नहीं करती थी , शायद वह शर्मीली थी , उसने अपनी निगाहें नीचे रखी हुई थीं। जॉन ने बातचीत करने की कोशिश की, उससे उसके बारे में कुछ सवाल पूछे, लेकिन उसने केवल संक्षिप्त उत्तर दिए।
कुछ मिनटों के बाद, वे एक छोटी सी जगह पर आये। वह रुक गई। उनके आस-पास के पेड़ घने थे, और वहाँ बहुत शांति थी। जॉन को बेचैनी महसूस होने लगी, लेकिन वह इसे दिखाना नहीं चाहता था। उसने उससे धीरे से पूछा। “क्या तुम यहाँ रहना चाहती हो?”
“हाँ, क्या आप मेरी थोड़ी मदद कर सकते हैं जॉन।”
“हाँ, ज़रूर” जॉन ने अपनी साइकिल स्टैंड पर रखते हुए कहा।
उसने एक छोटे से पत्थर की ओर इशारा किया। “पत्थर के पीछे मेरे घर की चाबी छिपी हुई है, क्या आप इसे मेरे लिए ला सकते हैं, फिर हम साइकिल चलाना जारी रखेंगे।” जॉन को लगा कि वह घने जंगलों से बहुत डर रही थी । वह पत्थर की ओर गया, और उसके पास देखने लगा, उसने चाबियाँ ढूंढीं और नीना को दे दीं।
“धन्यवाद, जॉन,” नीना मुस्कुराई।
उन्होंने फिर से साइकिल चलाना शुरू कर दिया। जॉन उसके साथ भूतों के बारे में सब भूल गया था , वह जंगल मे शांत, छोटी रास्तों का आनंद ले रहा था l
कुछ देर बाद, वह एक छोटी सी झोपड़ी के पास रुकी, वे घने जंगल में थे, “जॉन वह मेरा घर है, आप चाहें तो कुछ देर आराम कर सकते हैं,”
जॉन उसके घर को देखने के लिए उत्सुक था, वह रुका और वे घर के अंदर चले गए , यह बहुत पुराना लग रहा था, कुछ कुर्सियाँ और कुछ रसोई की चीजें थी l
“क्या यह आपका घर है? नीना l” जॉन ने उत्सुकता से पूछा l
“हां, मैं यहां कई सालों से रह रही हूं,” नीना ने मुस्कुराते हुए कहा।
“ आप यहां अकेले कैसे रह सकते हैं। यह जगह बहुत शांत और डरावनी है, मैंने यह भी सुना है कि जंगल में कुछ भूत भी रहते हैं।” उसने आश्चर्य से पूछा।
“आप सही कह रहे हैं जॉन,लेकिन भूत को दूसरे भूतों से डरने की जरूरत नहीं होती l“
“क्या…तुम…भूत… हो…” जॉन की आवाज़ काँप रही थी।
“जॉन, डरने की कोई जरूरत नहीं , तुमने मेरी बहुत मदद की है , मैं तुम्हें नुकसान नहीं पहुंचाऊंगी । चाबियों के लिए धन्यवाद, मुझे लंबे समय से इनकी जरूरत थी।”
जॉन को कुछ आराम महसूस हुआ। उसने डरते हुए पूछा। “उस चाबियों में क्या खास था,”
नीना बहुत दुखी हो गई और बोली, “जॉन, एक अप्राकृतिक व्यक्ति ने मेरी आत्मा को उस पत्थर से बांध दिया था , मैं केवल उस चाबी से ही अपनी आत्मा को मुक्त कर सकती थी।”
“लेकिन आप चाबी कभी भी प्राप्त कर सकती थी ,वह तो बहुत आसान था l”
“जॉन, मैं पत्थर के पास नहीं जा सकती थी , यह प्रतिबंधित था। मुझे किसी की मदद की ज़रूरत थी । लेकिन कोई भी यहाँ नहीं आना चाहता था, वे जानते थे, यहाँ भूत रहता है। लेकिन तुमने साहस दिखाया और यहाँ आये, फिर तुमने बिना ज्यादा सोचे मुझ पर भरोसा भी किया।”
“लेकिन उस आदमी ने तुम्हें पत्थर से क्यों बांधा।”
“ वह मुझे अपना गुलाम बनाना चाहता था, वह बुरा आदमी था, वह लोगों के कार्यों को नियंत्रित करने के लिए उन पर काला जादू करता था। मैं इसके लिए सहमत नहीं थी।”
“जॉन, मुझे अब अपनी आखिरी यात्रा के लिए जाना होगा, फिर से धन्यवाद। आप सुरक्षित घर वापस पहुंच जाएंगे, मैंने आपकी सभी बाधाएं दूर कर दी हैं।”
जॉन खड़ा हुआ और बोला, “मैं बहुत दुखी हूं, मैं तुम्हें दोबारा नहीं देख सकता,” वह झोपड़ी से बाहर आया और अपनी साइकिल पर बैठ गया। उसने पीछे मुड़कर देखा। वहां अब कोई झोपड़ी या साइकिल नहीं थी। यह सिर्फ खाली अंधेरी जगह थी।